जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
आये तेरे भवन दे दे अपनी शरण (Aaye Tere Bhawan De De Apni Sharan Lyrics)

आये तेरे भवन दे दे अपनी शरण लिरिक्स - Come to your house and give me shelter

आये तेरे भवन दे दे अपनी शरण,
रहे तुजमे मगन थाम कर ये चरण,
तन मन में भक्ति ज्योति तेरी
हे माता जलती रहे

उत्सव मनाये नाचे गाये,
चलो मैया के दर जाए,
जय माता दी जोर से बोलो,
चारो दिशाए चार खम्बे बनी है
मंडप पे आसमा की चादार तनी है,
सूरज भी किरणों की माला ले आया,
कुदरत ने धरती का आंगन सजाया,
करके तेरे दर्शन झूमे धरती गगन,
सनननन गाये पवन सभी तुझमे मगन,
तन मन में भक्ति ज्योति तेरी.......


फुले ने रंगों से रंगोली सजाई
सारी धरती ये महकाए,
जय माता दी जोर से बोलो,
चरणों में बहती है गंगा की धारा,
आरती का दीप लगे हर एक सितारा,
पुरवैया देखो चवर कैसे दुलाये,
ऋतुएं भी माता का झुला झुलाये,
ओ पके भक्ति का धन हुआ पावन ये मन,
करके तेरा सुमरिन खुले अंतर नयन
तन मन में भक्ति ज्योति तेरी.......