जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
अब के बरस तुझे धरती की रानी कर देंगे (Ab Ke Baras Tujhe Dharti Ki Rani Kar Denge Lyrics)

अब के बरस तुझे धरती की रानी कर देंगे लिरिक्स - Years from now will make you queen of the earth

अब के बरस तुझे धरती की रानी कर देंगे,
अब के बरस तेरी प्यासों मे पानी भर देंगे,
अब के बरस तेरी चुनर को धानी कर देंगे,
अब के बरस
ये दुनिया तो फानी है हो,
बहता सा पानी है हो,
तेरे हवाले ये ज़िंदगानी,
ये ज़िंदगानी कर देंगे,
अब के बरस.......

दुनिया की सारी दौलत से,
इज़्ज़त हम को प्यारी,
मुट्ठी मे किस्मत है अपनी,
हम को मेहनत प्यारी,
मिट्टी की कीमत का जग में,
कोई रतन नही है,
ज़िल्लत के जीवन से बदतर,
कोई कफ़न नही है,

देश का हर दीवाना अपने,
प्राण चीर कर बोला,
बलिदानों के खून से अपना,
रंग लो बसंती चोला,
अब के हमने जानी है हो,
अपने मन में ठानी है हो,
हमलावरो की ख़तम कहानी,
ख़तम कहानी कर देंगे,
अब के बरस.......

सुख सपनो के साथ हज़ारों,
दुख भी तू ने झेले,
हंसी खुशी से भीगे फागुन,
अब तक कभी ना खेले,
चारों ओर हमारे बिखरे बारूदी अफ़साने,
जलती जाती शमा जलते जाते हैं परवाने,

फिर भी हम ज़िंदा हैं,
अपने बलिदानों के बाल पर,
हर शहीद फरमान दे गया,
सीमा पर जल जल कर,
यारों टूट भले ही जाना,
लेकिन कभी ना झुकना,
कदम कदम पर मौत मिलेगी,
लेकिन फिर भी कभी ना रुकना,

बहुत से लिया अब ना सहेंगे,
सीने भड़क उठे है,
नस नस में बिजली जागी है,
बाज़ू फ़ड़क उठे हैं,
सिंहासन की खाई करो,
ज़ुल्मो के ठेकेदारों,

देश के बेटे जाग उठे,
तुम अपनी मौत निहारो,
अंगारो का जश्न बनेगा,
हर शोला जागेगा,
बलिदानों की इस धरती से,
हर दुश्मन भागेगा,

हमने कसम निभानी है,
देनी हर क़ुर्बानी है,
हमने कसम निभानी है,
देनी हर क़ुर्बानी है,
अपने सरों की,
अपने सरों की अंतिम निशानी भर देंगे,
अब के बरस...........