जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
अम्बे रानी तेरा झुलना रे (Ambe Rani Tera Jhulna Re Lyrics)

अम्बे रानी तेरा झुलना रे लिरिक्स- Ambe Rani Tera Jhulna Re

झुला झुला रहे द्वारे लंगुरवा
अम्बे रानी तेरा झुलना रे
मिल के सजाये रहे सारे भगत्वा
अम्बे रानी तेरा झुलना रे

शेरो वाली रानी का दुर्गे महारानी का
न्यारा है झुलना
जो भी यहाँ आता है सबसे बताता है
प्यारा है झुलना
उची पहाड़िया भक्त जो आये
माता दरस कर खुश हो जाये
अम्बे रानी तेरा झुलना रे

जग जगनी जग दम्बे का
मैय्या रानी अम्बे का
देखो तो झुलना
यहाँ उचे पर्वत पे बिन्द्वाए बिन अम्बे का
देखो तो झुलना
विश्वकर्मा ने दियो बनाये
हर भक्तो ने लियो सजाये
अम्बे रानी तेरा झूलन रे

तारे धुन में बांधे है
रेशम डोरी प्यारी है
एसो है झुलना
मैय्या जी के झूले की
शोभा बड़ी न्यारी है
एसो है झुलना
कितने सितारे इसमे लगाये
दूर तलक ये हजन मिलाये
अम्बे रानी तेरा झुलना रे

लंगुरे झुलाये माँ
सखिया मगल गाये माँ
पावन है झुलना
यहाँ न रतन आये जो
जीवन धन बनाये जो
पावन है झुलना
पावन के संग माँ इत उत डोले
थम थम के ये ले हिचकोले
अम्बे रानी तेरो झुलना रे