जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
दया इतनी सी हो जाए भजन (Daya Itani Si Ho Jaye Bhajan Lyrics)

दया इतनी सी हो जाए भजन लिरिक्स - May this much mercy become a hymn.


दया इतनी सी हो जाए किरपा इतनी सी हो जाए,
हो ओह्जल तुम माँ आँखों से कभी वो दिन नही आये
तुम्हारी याद चलती सांसो की तारो से जुड़ जाए,
तेरा दर हो मेरा सिर हो तमासा ये उमर भर हो
तेरे कदमो में जग जननी उमर अपनी गुजर जाए,
दया इतनी सी हो जाए किरपा इतनी सी हो जाए,

जो करदे दूर तुम से माँ ना उस सुख की तमना है
भुलादे तुम को ही जो माँ न उस धन की तमाना है,
तेरा दर हो मेरा सिर हो तमासा ये उमर भर हो
तेरे कदमो में जग जननी उमर अपनी गुजर जाए,
दया इतनी सी हो जाए किरपा इतनी सी हो जाए,

ना शोहरत मांगता मैं वो बना दे जो एह्न्कारी
ना ऐसा चाहता कुछ मैं जो छीने मुझसे माँ प्यारी,
तेरा दर हो मेरा सिर हो तमासा ये उमर भर हो
तेरे कदमो में जग जननी उमर अपनी गुजर जाए,
दया इतनी सी हो जाए किरपा इतनी सी हो जाए,

बिछड़ के तुम से मैं मैया सिर्फ ठोकर ही खाऊ गा,
तुम्हे खो कर के मैं मैया पाउगा तो क्या पाउगा,
तेरा दर हो मेरा सिर हो तमासा ये उमर भर हो
तेरे कदमो में जग जननी उमर अपनी गुजर जाए,
दया इतनी सी हो जाए किरपा इतनी सी हो जाए,