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हम भक्त है महाकाल के लिरिक्स | Hum Bhakt Hai Mahakal Ke Lyrics
कालो के भी काल के हम भक्त है महाकाल के,
भारत देश है हम को प्यारा रखेगे सम्बाल के,
हम भक्त है, महाकाल के…
विष का प्याला पी कर के नील कंठ कहलाये भोले,
रख लपेटे मुर्दों की श्मशानो के स्वामी भोले,
रूप अनोखा भोले तेरा अधाम्भर को टाल के,
हम भक्त है…..
रन चंडी माँ बनी थी काली बूंद बूंद लहू की पी डाली,
शांत किया था माँ काली को वरना शिर्ष्टि होती काली,
आँखों में भटके है ज्वाला जीबा को निकाल के,
हम भक्त है…..
भुत प्रेत सब साथी तेरे सब साथी तेरे,
कुण्डी सोटा बगल में तेरे,
अविनाशी हो केलाशी हो पर्वत उपर डेरे तेरे,
सावन में यु नगर बोले काँधे कावड डाल के,
हम भक्त है….. |
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