जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाये भजन (Kanch Hi Bans Ke Bahangiya Bahangi Lachakat Jaye Bhajan Lyrics)

कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाये भजन लिरिक्स - Glass is bamboo's bahangiya bahangi lachkat jaaye bhajan


कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाये
पहनी ना पवन जी पियरिया गऊरा घाटे पहुचाये

गऊरा में सजल बाटे हर फार फलहरिया
पियरे पियरे रंग शोभेला डगरिया
जेकर जग जाला फगीय उहे छठी घाट आये
पहनी ना पवन जी पिपरिया गऊरा घाटे पहुचाये

छठी माई चहिये ना कोनो कमी
घरवा में भरलो रहे अन धन लक्ष्मी
भगत करेली पूजनीया गीत छठी माई के गाये
पहनी ना पवन जी पियरिया गऊरा घाटे पहुचाये
कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाये
पहनी ना पवन जी पियरिया गऊरा घाटे पहुचाये