जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की (Mai To Aarti Utaru Re Santoshi Mata Ki Lyrics)

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की लिरिक्स - I will perform the aarti of Santoshi Mata.

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की
जय जय संतोषी माता जय जय माँ ॥

बड़ी ममता है बड़ा प्यार माँ की आँखों मे ।
बड़ी करुणा माया दुलार माँ की आँखों मे ।
क्यूँ ना देखूँ मैं बारम्बार माँ की आँखों मे ।
दिखे हर घड़ी नया चमत्कार आँखों मे ।
नृत्य करो झूम झूम, छम छमा छम झूम झूम,
झांकी निहारो रे ॥

सदा होती है जय जय कार माँ के मंदिर मे ।
नित्त झांझर की होवे झंकार माँ के मंदिर मे ।
सदा मंजीरे करते पुकार माँ के मंदिर मे ।
वरदान के भरे हैं भंडार, माँ के मंदिर मे ।
दीप धरो धूप करो, प्रेम सहित भक्ति करो,
जीवन सुधारो रे ॥