जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
मईया मेरी विनती कबूल करना अमर हमारा सुहाग रखना (Maiya Meri Vinati Kabul Karna Amar Hamara Suhag Rakhna Lyrics)

मईया मेरी विनती कबूल करना अमर हमारा सुहाग रखना लिरिक्स - Mother, please accept my request and keep our marriage immortal.

मईया मेरी विनती कबूल करना
अमर हमारा सुहाग रखना

मईया के सिर पर मुकुट सजा है
मुकुट सजा है हीरे मोती से जड़ा है
मेरे भी टिके की लाज रखना
अमर हमारा सुहाग रखना

मईया मेरी विनती कबूल करना
अमर हमारा सुहाग रखना

मईया के माथे पे बिंदिया सजी है
बिंदिया सजी है चम चम चमकी है
मेरे सिंदूर की लाज रखना
अमर हमारा सुहाग रखना

मईया मेरी विनती कबूल करना
अमर हमारा सुहाग रखना

मईया के अंग पर चोला सजा है
चोला सजा है गोटे चांदी से जड़ा है
मेरे भी चुन्दडी की लाज रखना
अमर हमारा सुहाग रखना

मईया मेरी विनती कबूल करना
अमर हमारा सुहाग रखना

मईया के हाथो में मेहंदी सजी है
मेहंदी सजी है लाल लाल रची है
मेरी भी चूडियो की लाज रखना
अमर हमारा सुहाग रखना

मईया मेरी विनती कबूल करना
अमर हमारा सुहाग रखना

मईया के पैरो में पायल सजी है
पायल सजी है हीरे मोती से जड़ी है
मेरे भी बिछुओ की लाज रखना
अमर हमारा सुहाग रखना

मईया मेरी विनती कबूल करना
अमर हमारा सुहाग रखना