जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले (Mujhe Kon Janata Tha Teri Bandagi se Pahale Lyrics)

मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले लिरिक्स - Who knew me before your worship?

मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले लिरिक्स
मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले,
मैं बुझा हुआ दिया था तेरी बंदगी से पहले,

मैं तो खाख था जरा सी,
मेरी और क्या थी हस्ती,
मैं थपेड़े खा रहा था तूफ़ान में जैसे कश्ती,
दर दर भटक रहा था तेरी बंदगी से पहले,

मैं था इस तरह जहां में जैसे खाली सीप होती,
मेरी बड गई है कीमत तूने भर दिए है मोती,
मेरा कौन आसरा था तेरी बंदगी से पहले,

है जहां में मेरे लाखो पर तेरे जैसा कौन होगा,
जैसा तू बन्दा पल्वर भला एसा कौन होगा,
मैं तुझे ही ढूंड ता हु तेरी बंदगी से पहले,

तू जो मेहरबान हुआ है तो जहां भी मेहरबाण है,
ये ज़मीन मेहरबान है आसमान भी मेहरबान है,
ना ये गीत ये बला था तेरी बंदगी से पहले,