जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
नदी किनारे नारियल है रे गरबा भजन (Nadi Kinare Nariyal Hai Re Garba Bhajan Lyrics)

नदी किनारे नारियल है रे गरबा भजन लिरिक्स - Garba bhajan re garba bhajan coconut on the river bank

नदी किनारे नारियल है रे
नारियल है रे,
ओ म्हारी कालिका माँ ने वास्ते रे,
भाई नारियल है रे,
नदी किनारे नारियल है रे,
भाई नारियल है रे

पहलो यो नारियल नवरंगी रे भाई,
नवरंगी रे,

पहलो यो नारियल नवरंगी रे
भाई नवरंगी रे,
हो म्हारी कालिका माँ के वास्ते रे,
भाई नवरंगी रे,
नदी किनारे नारियल पेड़ भाई,
भाई नारियल है रे

दूजो यो नारियल नवरंगी रे
भाई नवरंगी रे,
हो म्हारी वैष्णव माँ के वास्ते रे,
नवरंगी रे,
नदी किनारे नारियेरी रे भाई,
भाई नारियल है रे।।

तीसरो यो नारियल नवरंगी रे
भाई नवरंगी रे,
हो म्हारी अम्बा माँ के वास्ते रे,
भाई नवरंगी रे,
नदी किनारे नारियेरी रे भाई,
भाई नारियल है रे।।

चौथो यो नारियल नवरंगी रे
भाई नवरंगी रे
हो म्हारी जगदम्बे माँ के वास्ते रे,
भाई नवरंगी रे
नदी किनारे नारियेरी रे भाई,
भाई नारियल है रे।।

पांचवो यो नारियल नवरंगी रे
भाई नवरंगी रे,
हो म्हारी पाटना माँ के वास्ते रे,
भाई नवरंगी रे
नदी किनारे नारियेरी रे भाई,
भाई नारियल है रे।।