जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
पहिले पहिल हम कईनी छठी मईया व्रत तोहर (Pahile Pahile Ham Kayini Chhathi Maiya Vrat Tohar Lyrics)

पहिले पहिल हम कईनी छठी मईया व्रत तोहर लिरिक्स - Pehel Pehel Hum Keeni Chhathi Maiya Vrat Tohar

पहिले पहिल हम कईनी,
छठी मईया व्रत तोहर.

करिहा क्षमा छठी मईया,
भूल-चूक गलती हमार.

सब के बलकवा के दिहा,
छठी मईया ममता-दुलार.

पिया के सनईहा बनईहा,
मईया दिहा सुख-सार.

नारियल-केरवा घोउदवा,
साजल नदिया किनार.

सुनिहा अरज छठी मईया,
बढ़े कुल-परिवार.

घाट सजेवली मनोहर,
मईया तोरा भगती अपार.

लिहिएं अरग हे मईया,
दिहीं आशीष हजार.

पहिले पहिल हम कईनी,
छठी मईया व्रत तोहर.

करिहा क्षमा छठी मईया,
भूल-चूक गलती हमार.