जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
समर चली महाकाली (Samar Chali Mahakali Lyrics)

समर चली महाकाली लिरिक्स - Summer is Mahakali

समर चली महाकाली
समर चली महाकाली
काला खप्पर हाथ धरे माँ
मुंडन माला डाली
समर चली महाकाली
समर चली महाकाली

एक हाथ में खडग धरे माँ
दूजे त्रिशूल है धारी
तीजे में है चक्र सुदर्शन
चौथे कटार संभाली
समर चली महाकाली
समर चली महाकाली

आँखों से चिंगारी छोड़े
मुह से निकले ज्वाला
थर थर कांपे देखो असुरदल
ऐसी ले किलकारी
समर चली महाकाली
समर चली महाकाली

पल में कई दानव संहारे
पल में चट कर डाली
पल में कई को राख बनाई
एसी ले हुंकारी
समर चली महाकाली
समर चली महाकाली

कालो की माँ काल बनी रे
रणचंडी माँ ज्वाला
दे मुझे आँचल की छाया
मैया मेहरावाली
समर चली महाकाली
समर चली महाकाली

समर चली महाकाली
समर चली महाकाली
काला खप्पर हाथ धरे माँ
मुंडन माला डाली
समर चली महाकाली
समर चली महाकाली