जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
शिव जी की महिमा अपरम्पार है लिरिक्स (Shiv Ji Ki Mahima Aprampaar Hai Lyrics)

शिव जी की महिमा अपरम्पार है लिरिक्स | Shiv Ji Ki Mahima Aprampaar Hai Lyrics

शिव जी की महिमा अपरम्पार है,
आया शिवरात्रि का त्यौहार है,
चरणों में नतमस्तक संसार है,
आया शिवरात्रि का त्यौहार है…

जिनके उर में सर्पो की माला है,
भस्म रमाए बैठा डमरू वाला है,
सिर पर जिनके गंगा की धार है,
दुनिया उनकी करती जय जयकार है,
शिव जी की महिमा-अपरम्पार है,
आया शिवरात्रि का त्यौहार है…

भांग धतूरा बेल पत्र ले आए है,
गंगा जल में अक्षत फूल सजाए है,
होंठों पे भरे बस ओमकार है,
शिवजी के मंत्रो का गुंजार है,
शिव जी की महिमा-अपरम्पार है,
आया शिवरात्रि का त्यौहार है…

ईच्छा जन जन की ये पूरी करते है,
झोली हरदम भक्तों की ये भरते है,
दर्शन करने से ही उद्धार है,
गजब अनुज देवेंद्र इनका शृंगार है,
शिव जी की महिमा-अपरम्पार है,
आया शिवरात्रि का त्यौहार है…