जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
सिया राम जी का डंका लंका में (Siya Ram Ji Ka Danka Lanka Me Lyrics)

सिया राम जी का डंका लंका में लिरिक्स - Siya Ram ji's sting in Lanka

सिया राम जी का डंका लंका में लिरिक्स
बजवा दिया बजरंग बाला ने
सिया राम जी का डंका लंका में
बजवा दिया बजरंग बाला ने

मंगल को जन्मे मंगल ही करते
मंगल मये हनुमान
जय हनुमान जय जय हनुमान

सिया राम जी का डंका लंका में,
बजवा दिया बजरंग बाला ने
जंगरिया हनुमान जी की जय हो

सूती मंदोतरी सपनो आयो,
सपनो विश्वा विस रे,
कूदता देखिया रीछ वानरा,
कटता देखिया सीस रे,
सिया राम जी का डंका लंका में,
बजवा दिया बजरंग बाला ने।।

कहे मंदोतरी सुन पिया रावण ,
आ कई कुबुद्ध कमाई रे,
तीन लोक री सीता माँ जानकी,
ज्याने तू हर लाई रे,
सिया राम जी का डंका लंका में,
बजवा दिया बजरंग बाला ने।।

मेघनाथ सा पुत्र हमारे,
कुम्भकरण सा भाई रे,
लंका सरीका कोट हमारे ,
सात समुद्र आडी खाई रे,
सिया राम जी का डंका लंका में,
बजवा दिया बजरंग बाला ने।।

हनुमान सा पायक उनका,
लक्ष्मण जैसा भाई रे,
जलती अगन में कूद पड़े वो,
कोट गिने ना खाई रे,
सिया राम जी का डंका लंका में,
बजवा दिया बजरंग बाला ने।।

सीता राम जानकी बैठे है मेरे सीने में,
सीता राम और जानकी बैठे है मेरे सीने में,
देखलो मेरे दिल के नगीने में,
सीता राम जानकी बैठे है मेरे सीने में।।

रावण मार राम घर आये,
घर घर बटत बधाई जी,
सुनीजन मुनिजन आरती उतारे,
तुलसीदास जस गाई रे।।

सिया राम जी का डंका लंका में,
बजवा दिया बजरंग बाला ने,
बजवा दिया बजरंग बाला ने,
सिया राम जी का डंका लंका मे,
बजवा दिया बजरंग बाला ने।।