जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
तू लगाले रे जयकारा मेरी मात का (Tu Lagale Re Jaikare Meri Maat Ka Lyrics)

तू लगाले रे जयकारा मेरी मात का लिरिक्स - You keep cheering for my victory.

तू लगाले रे जयकारा मेरी मात का,
तुझे प्यार मिलेगा, तुझे प्यार मिलेगा
खुला है दरबारा मेरी मात का
तुम्हे बेसुमार मिले गा,
तू लगाले रे जयकारा मेरी मात का,
तुझे प्यार मिलेगा तुझे प्यार मिलेगा

माँ काटे जग के भव बंधन,
माँ मथुरा है माँ वृन्दावन,
माँ है माँ तो माँ और सीता,
माँ है वेद पुराण और गीता,
माँ से पगले प्रीत जोड़ ले
माँ से पगले प्रीत जोड़ ले
तुझे रे दुलार मिले गा,
तू लगाले रे जयकारा मेरी मात का,
तुझे प्यार मिलेगा, तुझे प्यार मिलेगा

माँ है मंदिर और शिवाला
माँ के आगे झुके हिमाला,
माँ.... मेरी माँ
माँ.... मेरी माँ

तू ही किनारो में तू ही मीनारों में,
सूरज में तारो में तू ही बहारो में,
तू ही गुलाबो में तू ही शबाबो में,
तू खाव्बो में तू ही नकाबों में,
तू ही समंदर में तू ही कलंधर में,
तू ही है मंदिर में तू ही है चन्दर में,
तू है राम में तू है श्याम में,
तू ही है नानक में तू ही महोमबद में,
तू लगाले रे जयकारा मेरी मात का,
तुझे प्यार मिलेगा, तुझे प्यार मिलेगा

माँ है मंदिर और शिवाला
माँ के आगे झुके हिमाला,
माँ है पूजा माँ है भक्ति,
माँ निर्धन निर्बल की भक्ति,
माँ से पगले प्रीत जोड़ ले.
माँ से पगले प्रीत जोड़ ले
तुजे दीदार मिले गा,
तू लगाले रे जयकारा मेरी मात का,
तुझे प्यार मिलेगा, तुझे प्यार मिलेगा

माँ से बड़ा न कोई जग में
किरपा करती माँ पग पग में,
माँ है चारो धाम का तीरथ
माँ से पुरे सभी मनोरथ,
माँ से पगले प्रीत जोड़ ले
माँ से पगले प्रीत जोड़ ले
तुझे ये अपार मिले गा,
तू लगाले रे जयकारा मेरी मात का,
तुझे प्यार मिलेगा, तुझे प्यार मिलेगा