जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
तुम सजती रहो हम सजाते रहे (Tum Sajati Raho Hum Sajate Rahe Lyrics)

तुम सजती रहो हम सजाते रहे लिरिक्स - you keep decorating, we keep decorating

तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है

तुम चंदन बनो हम पानी बने
घुल जाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है

तुम दीपक बनो हम बाती बने
लौ लगाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है

तुम सागर बनो हम लहरे बने
डूब जाने में आनद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है

तुम मिश्री बनो हम माखन बने
मिल जाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है

तुम चंदा बनो हम चकोरी बने
दिल लगाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है

तुम सुनती रहो हम सुनाते रहे
मैया गाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है

तुम बनो हम धागा बने
गुथ जाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है