जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
बेटी का तौफा (Betee Ka Taupha)

बेटी का तौफा | daughter's gift

एक बार एक व्यक्ति की 3 साल की बेटी थी।

एक दिन उस व्यक्ति ने देखा की उसकी बेटी उसके एक बहुत सुन्दर और महंगे गोल्ड पैकिंग पेपर से एक बॉक्स को लपेट रही थी।

यह देखकर उस व्यक्ति को बहुत गुस्सा आया है।

उसने अपनी बेटी को बहुत डांटा।

तुमने मेरे इतनी कीमती पेपर को बेकार कर दिया वो भी बिना किसी मतलब के।

तुम इसे अच्छे काम के लिए उपयोग करती तो अच्छा लगता पर तुमने एक बेकार से डिब्बे को उसमे लपेट दिया।

कुछ दिन बीते दिवाली का दिन आया।

उस व्यकि ने अपनी बेटी को गिफ्ट दिया।

बेटी ने भी वही सुन्दर सा गोल्डन बॉक्स पापा को दिया।

उसके पापा पहले तो उसे देखकर बहुत खुश हुए।

पर जैसे ही उन्होंने उस डिब्बे को खोला वह खाली था।

यह देखकर उस व्यक्ति ने अपनी बेटी घूरा और कहा – क्या तुम्हे इतना भी नहीं पता की किसी को खाली डिब्बा नहीं देते।

लड़की कुछ देर शांत रही फिर बोली पाप यह डिब्बा खाली नही है।

मैंने इसमें बहुत सारे kiss आपके लिए रखे है।

कभी कभी आप जल्दी office चले जाते हैं और मैं सोती रह जाती हु तो आप इसमें से एक kiss ले जा सकते हैं।

बेटी की बात सुनकर उस व्यक्ति की आंख भर आयी।