एक बार की बात है। कही किसी स्कूल में दो लड़के पढ़ा करते थे। पहले लड़के का नाम साहिल था। साहिल पढ़ाई में बहुत ही तेज हुआ करता था। वह अपने क्लास में सबसे आगे बैठा करता था।
स्कूल के सभी टीचर साहिल को पसंद किया करते थे। उसी स्कूल में एक और लड़का पढ़ा करता था जिसका नाम रुर्द्र था। रुर्द्र पढ़ाई में थोड़ा कमजोर था। उसको पढ़ने में दिक्कत हुआ करता था।
जिसके कारण वह क्लास में पीछे बैठा करता था। वह दोनों एक ही स्कूल में पढ़ा करते थे। एक दिन शाहिल स्कूल से घर जा रहा था तो उसके साथ एक छोटी सी सड़क दुर्घटना ही जाती है।
जिसमे रुर्द्र साहिल की मदद करता है। रुर्द्र साहिल को हॉस्पिटल पहुँचता है। साथ ही उसका सही से इलाज करवाता है।
इसके बाद साहिल और रुद्र एक अच्छे दोस्त बन जाते है। वह स्कूल में एक साथ बैठा करते थे। एक दिन साहिल रुद्र से पूछता है कि रुद्र तुम पढ़ाई क्यों नहीं करते हो?
यह सवाल सुनकर रुद्र की आँख भर आती है। रुद्र साहिल को बताता है कि वह पढ़ना तो चाहता है लेकिन उसको समझ में ही नहीं आता है कि वह पढ़ाई कैसे करे?
साहिल रुद्र को कहता है कि आज से वह रुद्र को पढ़ने में मदद करेगा। साहिल उसी दिन से ही रुद्र को पढ़ाने लगता है।
धीरे-धीरे रुद्र को पढ़ाई समझ में आने लगती है। साहिल रुद्र को रास्ता दिखता जाता है और रुद्र उस रास्ते पर चला जा रहा था।
स्कूल के आखरी परीक्षा में रुद्र अच्छे अंक से पास होता है। इसका कारण साहिल ही होता है। आज भी साहिल और रुद्र एक अच्छे और सच्चे दोस्त है। |