जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
एक सच्चे दोस्त की कहानी (Ek Sachche Dost Ki Kahani)

किसी गाँव में दो लड़के रहा करते थे। वह दोनों लड़के ही अच्छे दोस्त थे। एक लड़के का नाम अमन था तो दूसरे का नाम दिनेश था। अमन का परिवार थोड़ा-सा गरीब था। वही दिनेश का परिवार अमीर था।

अमन पढ़ने में अच्छा था। वह अपने स्कूल में टॉप किया करता था। वही दिनेश भी पढ़ने में ठीक ही था, लेकिन वह ज्यादा पढ़ाई करना पसंद नहीं करता था।

अमन के टीचर कहा करते थे कि अगर अमन का परिवार थोड़ा भी पैसो से अमीर होता तो यह पढ़ाई के दम पर बहुत ही सफल हो सकता है।

अमन के मन में भी यही था कि वह आगे की पढ़ाई करें लेकिन फिर वह अपने घर की हालत देखकर वह उदास हो जाया करता था।

जिसका एक अच्छा दोस्त हो तो उसे कोई भी मुश्किल नहीं हरा सकता है। अमन का भी एक अच्छा दोस्त दिनेश था। कक्षा 12 के बाद अमन को आगे पढ़ाई करने के लिए जाना था लेकिन उसके पास पैसे ही नहीं थे।

दिनेश अमन की मदद करना चाहता था, इसलिए वह अपने परिवार से अमन को मदद करने को कहता है। पहले तो दिनेश का परिवार इसके लिए तैयार नहीं होता है।

लेकिन दिनेश के जिद्द पर उसका परिवार राजी हो जाता है। फिर क्या था अमन पढ़ने के लिए शहर चला गया।