जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
जिम्मेदारी बोझ नहीं (Jimmedaaree Bojh Nahin)

जिम्मेदारी बोझ नहीं - Responsibility is not a burden

बहुत पुरानी बात है कि किसी गाँव में एक साधु रहते थे। दुनिया की मोह माया से दूर होकर जंगल में अपना जीवन व्यतीत कर रहे थे। सुबह शाम ईश्वर के गुण गाना और लोगों को अच्छे कर्मों का महत्त्व बताना यही उनका काम था।

एक दिन उनके मन में आया कि जीवन में एक बार माता वैष्णो देवी के दर्शन जरूर करने चाहिये। बस यही सोचकर साधु महाराज ने अगले दिन ही वैष्णो देवी जाने का विचार बना लिया।

एक पोटली में कुछ खाने का सामान और कपडे बांधे और चल दिए माँ वैष्णो देवी के दर्शन करने। ऊँचे पर्वत पर विराजमान माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए काफी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है।

वो साधु भी धीरे धीरे सर पे पोटली रखकर चढ़ाई चढ़ रहे थे। तभी उनकी नजर एक लड़की पर पड़ी, उस लड़की ने अपनी पीठ पर एक लड़के को बैठाया हुआ था। वो लड़का विकलांग था और वो लड़की उसे कमर पर बैठाकर चढ़ाई चढ़ रही थी।

साधु को ये सब देखकर उस लड़की पर बड़ी दया आयी और वो बोले – बेटी थोड़ी देर रूककर बैठ जा तू थक गयी होगी तूने इतना बोझ उठा रखा है

वो लड़की बोली – बाबा जी बोझ तो आपने अपने सर पर उठा रखा है ये तो मेरा भाई है……

चलते चलते साधु के पाँव ठिठक गए…..

कितनी बड़ी बात कही थी उस लड़की ने,,,,कितना गूढ़ मतलब था उस लड़की की बात का – बोझ तो आपने उठा रखा है ये तो मेरा भाई है…. कितनी जिम्मेदारी भरी थी उस मासूम सी लड़की में

मन में दयालुता होगी तो हर पढ़ने वाले की आँखें छलक उठेंगी…..

उस दिन उन साधु को एक बात समझ में आ गयी कि अगर हर इंसान अपनी जिम्मेदारी निभाने लगे तो शायद दुनिया में दुःख नाम की कोई चीज़ ही ना बचे…..

👍 अगर एक नेता अपनी जिम्मेदारी निभाये तो देश में कभी भ्रष्टाचार नहीं होगा

👍 अगर एक शिक्षक अपनी जिम्मेदारी निभाये तो कोई बालक मंद बुद्धि नहीं बचेगा

👍 अगर एक छात्र अपनी जिम्मेदारी निभाये तो कोई इंसान बेरोजगारी से भूखा नहीं मरेगा

👍 अगर एक बेटा अपनी जिम्मेदारी निभाये तो किसी माँ बाप को असहाय नहीं होना पड़ेगा

👍 अगर एक पिता अपनी जिम्मेदारी निभाये तो कोई बालक गलत संगत में नहीं पड़ेगा

👍 अगर एक भाई अपनी जिम्मेदारी निभाये तो किसी बहन को समाज से डरना नहीं पड़ेगा

👍 अगर एक व्यापारी अपनी जिम्मेदारी निभाये तो बेईमानी का नामोनिशान नहीं बचेगा

👍 अगर हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी निभाये तो देश को जगतगुरु होने से कोई ना रोक सकेगा

अपनी जिम्मेदारी से बचिए मत, जिम्मेदार बनिये, पूरी तरह से अपनी जिम्मेदारी निभाइये…