जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
मंगते से क्या मांगना (Mangate Se Kya Maangana)

मंगते से क्या मांगना - what to ask from the beggar

अकबर बादशाह एक बार शिकार खेलने जंगल में गया और रास्ता भटक गया। शाम होने लगी तो भटकते-भटकते वो एक गाँव में पहुँचा। वहां एक झोपड़ी के बाहर एक बुड्ढा बैठा था। अकबर उसके पास गया और बोला कि मुझे बहुत भूख लगी है। रोटी खिला दो। बुड्ढे ने रोटी खिलाया। खाने के बाद अकबर बोला कि बाबा तुझे किसी चीज की जब जरूरत पड़े तू मेरे पास चले आना। उसने पूछा कि तेरा नाम क्या है ? अकबर ने कहा कि अकबरा' ।

अकबर चला गया। कुछ दिन बाद बुड्ढे को अपनी बेटी का ब्याह करना था उसे पैसों की जरूरत थी। उसने सोचा कि चलकर अकबरा से मांग लू और वो अकबरा की खोज में निकल पड़ा। पूछते-पाछते वह शाही महल के द्वार पर पहुंचा। उसने पहरेदार से पूछा कि अकबरा यहीं रहता है ? पहरेदार समझ नहीं पाया उसने उसे वहीं रोका और महल के भीतर चला गया।

अकबर बादशाह से उसने कहा कि एक बूढ़ा आया है और वो अकबरा को पूछ रहा है। अकबर ने जैसे ही नाम सुना तो उसने कहा कि उसे बाइज्जत अन्दर ले आओ पहरेदार गया और बुड्ढे को लेकर आया। अकबर ने उसका बहुत स्वागत किया। बुड्ढा बोला कि वाह अकबरा तेरे ये ठाट ? इतने बड़े महल में रहता है। अकबर ने उसे अपने पास बिठाया इधर उधर की बातें होती रहीं कि नमाज का वक्त हो गया। अकबर ने कहा कि तुम बैठो मैं नमाज अदा करके आता हूँ।

अकबर नमाज पढ़ने चला गया। बुड्ढा चुपचाप देखता रहा। उसे समझ नहीं आ रहा था कि अकबरा क्या कर रहा है। जब नमाज अदा करके अकबर वापस आया तो उसने पूछा कि अकबरा तूं क्या कर रहा था ? उठक बैठक क्यों लगा रहा था ? अकबर ने कहा कि मैं खुदा से दुआ मांग रहा था। बुड्ढे ने कहा कि अरे अकबरा तेरे पास इतना सबकुछ है फिर भी तू खुदा से मांगता है तो मैं भी खुदा से मांग लूंगा। खुदा मुझको भी देगा।

यह कहकर बुढ्ढा उठ खड़ा हुआ और चल दिया। वह जा रहा था इस विश्वास के साथ कि खुदा उसको भी देगा। रास्ते में एक आदमी मिला। उसने उसको पांच सौ सिक्के दिए और बुड्ढे ने ले लिया।

इस कहानी को सुनाते हुए स्वामी जी महाराज ने कहा कि अगर उसको खुदा ने किसी के भी जरिए सिक्के न दिए होते तो उसका विश्वास टूट जाता। तो ये बात है। आप ने अपना विश्वास ईश्वर और खुदा पर से खत्म कर दिया और उनके आगे दामन फैलाने लगे जो कुछ दे नहीं सकते।