जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
जनजागरण काफिले

Janajaagaran Kaaphile

Public Awareness Convoy | Baba Umakant Ji Maharaj, Ujjain, Madhya Pradesh

बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के मिशन को पूरा करने के लिए, जयगुरुदेव नाम के प्रचार-प्रसार एवं जीवों की रक्षा हेतु परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा जन जागरण काफिले निकाले गये। जिसमें सर्वप्रथम 45 दिवसीय दक्षिण भारत काफिला जो 13 जनवरी 2014 को बाबा जयगुरुदेव आश्रम उज्जैन से निकाला गया और दक्षिण भारत के अनेक राज्यों में अध्यात्म की गंगा बहाते हुये 27 फरवरी 2014 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सम्पन्न हुआ।

In order to fulfill the mission of Baba Jaygurudev Ji Maharaj, Jan Jagaran convoys were taken out by Param Sant Baba Umakant Ji Maharaj to spread the name of Jaygurudev and protect the living beings. In which the first 45-day South India convoy was taken out from Baba Jaygurudev Ashram Ujjain on January 13, 2014 and ended on February 27, 2014 in Bhopal, the capital of Madhya Pradesh, flowing the Ganges of spirituality in many states of South India.

युग परिवर्तन एवं जीव रक्षार्थ, परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा रक्षा यात्रा काफिला 7 नवम्बर 2015 को धर्म की नगरी चित्रकटू से निकाला गया जो उत्तर प्रदेश व बिहार में जन जागरण करता हुआ 15 दिन की यात्रा के पश्चात 22 नवम्बर 2015 को आगरा में पूर्ण हुआ।

For the change of era and for the protection of living beings, the Raksha Yatra convoy by Param Saint Baba Umakant Ji Maharaj was taken out from the religious city Chitrakatu on 7 November 2015, creating public awareness in Uttar Pradesh and Bihar and after a 15-day journey, it ended in Agra on 22 November 2015. Happened.

इन्सानों को इसी जिन्दगी में खुदा का दीदार हो सकता है, रूहानी इल्म और खुदाई दौलत हासिल हो सकती है इसका पैगाम लेकर वक्त के मुर्शिद-ए-कामिल परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज ने म.प्र., राजस्थान व उ.प्र. में 21 दिन के रूहानी काफिला की मौज फरमाई। जो 2 अक्टूबर 2016 को बाबा जयगुरुदेव आश्रम उज्जैन से चलकर 23 अक्टूबर 2016 को बलिया उ.प्र. में सम्पन्न हुआ जिसमें लगभग 500 चार पहिया वाहन निरंतर चले।

Taking this message that humans can see God in this very life, spiritual knowledge and spiritual wealth can be attained, the great saint of the time, Murshid-e-Kamil Baba Umakant Ji Maharaj, preached in Madhya Pradesh, Rajasthan and Uttar Pradesh. Enjoyed the 21 day spiritual caravan. Which started from Baba Jaigurudev Ashram Ujjain on 2 October 2016 and reached Ballia Uttar Pradesh on 23 October 2016. It was completed in which about 500 four-wheelers ran continuously.

दुनिया के दुःख, तकलीफों व कष्टों को दूर करने के लिए परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा 23 अक्टूबर 2017 को 31 दिवसीय दुःख निवारण काफिला निकाला गया जो मण्प्र., गुजरात, महाराष्ट्र और उ.प्र. प्रान्तों में गाँव-गाँव, नगर-नगर में लोगों को दुःख निवारण का रास्ता बताते हुए 22 नवम्बर 2017 को ग्वालियर मेला मैदान म.प्र. में पूर्ण हुआ। इस काफिले में 256 चार पहिया वाहनों ने 4293 किलोमीटर की दूरी तय की साथ ही अनेकों दुपहिया वाहन भी निरंतर काफिले में चले।

To remove the sorrows, troubles and sufferings of the world, a 31-day sorrow relief convoy was taken out by Param Sant Baba Umakant Ji Maharaj on 23 October 2017 which covered Madhya Pradesh, Gujarat, Maharashtra and Uttar Pradesh. On 22nd November 2017, at Gwalior Fair Ground, Madhya Pradesh, showing the way to relief from suffering to the people in every village and city in the provinces. Completed in In this convoy, 256 four-wheelers covered a distance of 4293 kilometers and many two-wheelers also traveled continuously in the convoy.

शारीरिक, मानसिक और प्राकृतिक संकटों का मोचन अर्थात निवारण करने के उद्देश्य से परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा अपने अनुयायियोंं के साथ पाँचवा विशाल काफिला दक्षिण भारत की पवित्र भूमि पर निकाला गया जो संकट मोचन रूहानी काफिला बनकर दिनांक 7 जनवरी 2018 से म.प्र., महाराष्ट्र्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना, उड़ीसा होते हुये 41वे दिन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के राष्ट्रीय कृषि मेला मैदान में 16 फरवरी 2018 को भारी सफलता के साथ सम्पन्न हुआ। इसी काफिले में तुमकुर (कर्नाटक) के श्री प्रसिद्ध गंगा मठ के मुख्य प्रांगण में उपस्थिन श्रृद्धालुओं के साथ वहां अध्ययनरत लगभग 9500 विद्यार्थियों ने भी परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज के सत्संग व नामदान (दीक्षा/मंत्र) का लाभ लिया।

With the aim of providing salvation i.e. prevention of physical, mental and natural crises, the fifth huge convoy was taken out by Param Sant Baba Umakant Ji Maharaj along with his followers on the holy land of South India, which became Sankat Mochan Spiritual Caravan from 7 January 2018 in Madhya Pradesh. ., via Maharashtra, Karnataka, Tamil Nadu, Andhra Pradesh, Telangana, Orissa, the 41st day was completed with great success on 16 February 2018 at the National Agricultural Fair ground in Raipur, the capital of Chhattisgarh.In the same convoy, along with the devotees present in the main courtyard of Sri Prasad Ganga Math in Tumkur (Karnataka), about 9500 students studying there also took advantage of the satsang and namdaan (initiation/mantra) of Param Sant Baba Umakant Ji Maharaj.
 
 
 
जय गुरु देव
अधिक जानकारी के लिए आप बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था, उज्जैन, मध्य प्रदेश की अधिकृत वेबसाइट www.jaigurudevukm.com और संस्था का अधिकृत यूट्यूब चैनल jaigurudevukm पर जाये।
 

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  • परम पूज्य परम संत बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने अपने आध्यात्मिक उत्तराधिकारी परम पूज्य परम संत बाबा उमाकान्त जी महाराज से सम्बन्धित यह विशेष बात कही थी कि ....

    शरीर में कोई तकलीफ बीमारी या परेशानी है तो इनसे दवा पूछ लिया करो, ठीक हो जायेगी।...Read More