जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)

परम पूज्य परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज से प्रेमियों द्वारा पूछे गए सवाल और उनके जबाव

प्रश्न:- स्वामी जी ! हमने नामदान लिया है अब हमारी रहनी कैसी होनी चाहिए ?

Question:- Swami ji ! We have taken the name donation, now how should we live?...?

उत्तर - सबसे पहली बात ये है कि शाकाहारी रहो और ऐसा कोई नशा मत करो जिससे बुद्धि पागल हो जाय । दूसरी बात भजन ध्यान सुमिरन जैसा बताया गया है उसे रोज-रोज करो नागा न होने पावें | जीवन नेक पाक होना चाहिए । छुआछूत का विशेष ध्यान रक्खो । जुबान मीठी होनी चाहिए | बड़ों का सम्मान और छोटों से प्यार करो । कम बोलो और फालतू बहस किसी से मत करो । अधिक बक-बक बोलने से अधिक शक्ति अनावश्यक क्षीण होती है । निन्दा किसी की मत करो । निन्दा करने से दूसरों के पाप कर्म अपने ऊपर आते हैं । अपराध कोई करे और फल दूसरा भोगे यहीं ईश्वरीय विधान है इस बात को अच्छी तरह समझ लो |

दूसरों की आंखों की पुतलियों को देखकर बातें करने से उसके कर्म तुम्हारे ऊपर और तुम्हारे अच्छे कर्म उसके ऊपर चले जाएंगे अर्थात् कर्मों का आदान प्रदान होता है चाहे अच्छे हों अथवा बुरे हों । क्रियामान कर्म जो रोज खाने-पीने से, मिलने जुलने से अथवा अन्य कार्यकलार्पी से सत्संगी के ऊपर आते हैं उन्हें सुमिरन ध्यान भजन करके रोज साफ करना चाहिए नहीं तो भजन में रूखे फीके रहोगे । अपने अन्तर में रोज झाड़ू लगाकर सफाई करनी है । पहले इतना करो और सत्संग में बराबरी हाजिरी देते रहो तो आध्यात्मिक यात्रा में जल्दी सफलता प्राप्त होगी ।