Why are we born? What is the purpose of life?
उत्तर 1 : इस प्रश्न के उत्तर में सबका अलग-अलग मत, विचार और भाव हो सकता है लेकिन सही मायने में अगर आपके अन्दर परमानन्द का भाव फुट रहा होता अगर आपके हर कोशिका में राम नाम का विस्फोट हो रहा होता तो आप यह न पूछ रहे होते की जीवन का मकसद क्या है? तो सबसे पहले आपको अपने जीवन के आदर्श को बदलना होगा क्योंकि आपके जीवन का जो अनुभव है वह एक खास तरह का है इस समय मैं बहुत घमण्डी हूँ स्वार्थी हूँ गैर-ज़िम्मेदार हूँ मैं नहीं हूँ लोगों को ऐसा लगता है इसलिए अगर आप इस समय इसका उत्तर खोजेंगे तो गलत दिशा में पहुँच जायेंगे तो सबसे पहले आपको अपना दिशा बदलना होगा|
मेरा जीवन क्या है?
जीवन को किसी मकसद की जरुरत नहीं वह तो अपने आप में ही मकसद है यह सवाल आपके मन में इसलिए आ रहा है क्योंकि आपने जीवन के भव्यता का स्वाद नहीं चखा है क्योंकि इन्सान होने के विशालता का अहसास ही नहीं हुआ है अगर आपको उसका अनुभव हो गया तो आप यह नहीं पूछेंगे की मैं क्यों पैदा हुआ? क्योंकि क्यों का कोई मतलब ही नहीं है यह बेमिसाल है, यह शानदार है, यह जबरदस्त है और यह अद्भुत है|
जीवन का उद्देश्य क्या है?
आप सुबह उठते है नहाते है खाते है ऑफिस जाते है फिर घर आना परिवार में मनोरंजन करना खाना खाके सो जाना फिर अगले दिन वही चक्क्रम पुनः चालू हो जाता है जीवन में कई उतर चड़ाव आते है कभी ख़ुशी मिलता है कभी गम इसी तरह यह जीवन चलता रहता है यह एक भौतिक तुच्छ जीवन है जब तक आपको अन्दर का अनुभव न हो तब तक यह तुच्छ है|
मनुष्य जीवन क्या है?
आप एक बात समझ ले आपके जीवन का कोई मकसद नहीं है अगर आप अपने अस्तित्व के उल्लास को नहीं जान पाते तो वाकई में यह जीवन व्यर्थ है बेकार है आपने इसे बेकार कर दिया मेरा-तेरा-उसका इन सब चक्करों में पड़कर| |