उत्तर - इस आकाश से बहुत ऊपर नारायण भगवान निरंजन बैठे हैं जो नीचे की सारी रचना स्वर्ग बकुण्ट आदि सबका कन्ट्रोल करते हैं | नीचे के सभी लोकों के ये न्यायाधीश या जज हैं | इनके हुक्म से इनके दूत महात्माओं ने यमदूत और धर्मदूत कहा, काम करत हैं । यही वह स्थान है जाहं से राम आए थे, ईसा मसीह आए थे । इसी ज्योति स्वरूप निरजन भगवान को ईश्वर, खुदा और गाड (GOD) कहते हैं । ब्रह्मा, विष्णु और महादेव जो इस सृष्टि में उत्पत्ति, पालन तथा ससार का काम करते हैं इनका दर्शन तक नहीं किया है |
सन्त सतगुरु से नामदान लेने के बाद साधक भजन करके स्वर्ग, बैकुण्ठ लोकों में ब्रह्मा, विष्णु, महादेव तथा देवी देवताओं से मिलते जुलते रहते है जब सहसदल कवल में पहुंचता है तब. निरंजन भगवान के दर्शन होते हैं । इन्हीं को श्याम सुन्दर कहा गया है और वे वास्तव में अति सुन्दर हैं । इनके ऊपर ब्रह्म विराजमान हैं जो त्रिकुटी स्थान में रहते हैं औ निरंजन भगवान से अधिक सुन्दर हैं और अधिक शक्तिशाली हैं । |