उत्तर:- चिन्ता होनी भी चाहिए। जीवन अनमोल है। जो स्वांस निकल गई वापस लौट कर नहीं आएगी । गुरु तुम्हारे अन्दर बैठा है और बराबर देख रहा है लेकिन तुम्हारा ध्यान ऊपर की तरफ न होकर नीचे इन्द्रियों की तरफ है। जटिल कर्म कर्ज को चुकाये बिना रास्ता साफ नहीं होगा और न प्रकाश दिखाई देगा और न ही शब्द सुनाई देगा । प्रेम और विरह के साथ दो आंसू गिराकर भजन पर बैठो तो फुलझड़ी की तरह कर्म झड़ने लगेंगे उसके बाद भजन में विकास तेजी से होगा ।
Question:- Swami ji! Due to slow development due to bhajan, I remain worried, what to do?
Answer: There should be concern. Life is precious. The breath that has gone out will not come back. The Guru is sitting inside you and is constantly watching, but your attention is not upwards but towards the senses below. Without clearing complex karmic debts, the path will not be cleared and neither light will be visible nor words will be heard. If you sit on bhajan after shedding two tears of love and separation, then the karma will start falling like sparklers, after that the development in bhajan will happen rapidly. |