उत्तर:- कौन बड़ा है कौन छोटा है इसे बुद्धि से नहीं समझा जा सकता । बुद्धि जड़ है। आत्मा को ही बड़े छोटे का ज्ञान हो सकता है । अभी आत्मा इस मनुष्य रूपी कैदखाने में बन्द है और दोनों आंखों के बीच में बैठी है। सर्वप्रथम किसी आध्यात्मिक गुरु से भजन करने का रास्ता लेकर अपनी आत्मा को जगाइए ।
आत्मा जागेगी तो अन्तर में दोनों आंखों के ऊपर दिव्य प्रकाश प्रगट होगा। उस प्रकाश में जिसे चरण-कंवल कहा गया है आत्मा अपने स्वरूप को देखेगी, आत्म साक्षात्कार होगा। फिर गुरु की दया से ऊपर के ब्रह्माण्डों में सफर करेगी और उन लोकों में जाएगी जहां से करने पर संत सतगुरु नाराज न हो जायं। माया भक्ति से डरती रहती है।
Question:- Swami ji! Is Lord Ram bigger or Lord Krishna bigger? Whom should I worship?
Answer:- Who is big and who is small cannot be understood through intellect. Wisdom is inanimate. Only the soul can know the big and the small. Right now the soul is confined in this prison of human form and is sitting between the two eyes. First of all, awaken your soul by taking the path of doing bhajan from a spiritual guru.
When the soul awakens, divine light will appear within both the eyes. In that light which has been called Charan-Kanwal, the soul will see its own form and self-realization will take place. Then, by the mercy of the Guru, she will travel in the upper universes and will go to those worlds from where the Saint Satguru will not get angry. Maya remains afraid of devotion. |