जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)

परम पूज्य परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज से प्रेमियों द्वारा पूछे गए सवाल और उनके जबाव

प्रश्न:- स्वामी जी ! ध्यान भजन के समय मन अवसर भाग है क्या करें?

Question:- Swami ji ! At the time of meditation, the mind is part of the opportunity, what to do?...?

उत्तर - पहली बात यह है रोज नियम से भजन पर बैठो नागा न होने पावे | जो समय निर्धारित करो उसी समय पर बैठ जाओ | प्रातःकाल का समय भजन के लिए अच्छा होता है, वातावरण शान्त रहता है । मन का स्वभाव है भागने का और वह भागेगा । कोशिश इस बात की करनी चाहिए कि जब वो भागे तो उसे वापस खींचकर तीसरे तिल में ले जाओ। इस अभ्यास को बराबर करते रहना चाहिए ।

धीरे-धीरे मन मान जाएगा । अगर विरह अंग लेकर भजन ध्यान में बैठोगे तो मन शान्त और स्थिर हो जाता है, उछल कूद नहीं करता । इसलिए भजन पर. बैठने के पहले एक विरह अंग की कोई प्रार्थना करो । इससे मन में टिकाव आएगा | अभ्यास से और फिर गुरु की दया से मन भजन में लगने लगेगा । लगे रहो । हिम्मत नहीं हारना चाहिए ।