जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)

परम पूज्य परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज से प्रेमियों द्वारा पूछे गए सवाल और उनके जबाव

प्रश्न:- स्वामी जी ! अगर कोई सत्संगी गलत रास्ते पर चला जाता है तो उसका क्या होगा ?

Question:- Swami Ji ! Agar Koi Satsangi Galat Raste Par Chala Jata Hai to Uska Kya Hoga ?...?

उत्तर- अगर कोई सत्संगी अपने मार्ग से हट जाता है तो यह उसकी बहुत बड़ी हानि है । एक दिन उसे पता चलेगा कि इस गफलत के कारण उसे कितनी बड़ी हानि उठानी पड़ी । सत्संगी जब भजन करता रहेगा और शब्द-धुन को पकड़े रहेगा तब काल शक्ति के धोखे से बचा रहेगा। कबीर साहब का एक शिष्य जब फिर मान्स खाने लगा तो नरक चला गया और आज भी नर्क की ज्याला में वह भोग रहा है। सत्संगी अगर मान्स खाता है तो यह सबसे बड़ा अपराध है। गुरु तो दया करते हैं। किन्तु यदि जीव न माने तो वो कुदरत के नियम में दखल नहीं देते । कहा भी है कि :

गुरु माथे से उतरे, शब्द बिहूना होय । ताको काल घसीटिहें, रोक न सक्के कोय ।।

Question:- Swami ji! What will happen if a satsangi goes on the wrong path?

Answer: If a satsangi deviates from his path then it is a great loss for him. One day he will come to know how big a loss he had to suffer due to this mistake. When a satsangi will continue to sing bhajans and hold on to the words and tune, then he will be saved from the deception of the power of time. When a disciple of Kabir Saheb started eating meat again, he went to hell and even today he is suffering in the flames of hell. If a satsangi eats meat then it is the biggest crime. Guru has mercy. But if the living beings do not agree then they do not interfere in the laws of nature. It is also said that

Guru should descend from the forehead, the word should be Bihuna. So time drags you, no one can stop it.