जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)

परम पूज्य परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज से प्रेमियों द्वारा पूछे गए सवाल और उनके जबाव

प्रश्न:- स्वामी जी ! पहले मन भजन में लगता था और शब्द सुनाई भी पड़ता था किन्तु अब ऐसा नहीं होता । क्या कारण है ?

Question:- Swami ji ! pahale man bhajan mein lagata tha aur shabd sunaee bhee padata tha kintu ab aisa nahin hota . kya kaaran hai ?...?

उत्तर - जब हम गुरु और सत्संग से दूर रहते हैं तब दुनियाँ अप्रत्यक्ष और अदृष्ट रूप से हम पर इतना प्रभाव डालती है कि नियम से सुमिरन और भजन के लिए समय देने पर भी हम अक्सर निराश, रूखा फीखा और सूना महसूस करने लगते हैं । ऐसी हालत में प्रेम और विश्वास ही हमारी मदद करते हैं । अगर विश्वास दृढ़ है तो गुरु सहायता देते हैं। वे ऊँचे स्थान पर बैठकर हर क्षण सत्संगी के कार्यों को, उसकी भाव भक्ति की निरख परख करते रहते हैं । गुरु की बैठक आंखों के ऊपर तीसरे तिल में है ।

अतः वे सदा हमारे अन्दर हैं और हमें उसी प्रकार देखते रहते हैं जैसे कि मां अपने बच्चे को हर वक्त देखती रहती है । काम करते हुए हमेशा लो गुरु की तरफ लगी रहे तो सांसारिक कर्म यानी क्रियामान कर्म अपना अधिक प्रभाव आत्मा पर नहीं डाल पाते हैं । विरह के साथ रात में सोते वक्त एक प्रार्थना किसी महापुरुष की करके सोना चाहिए । मालिंक के लिए दो आंसू गिर जांय तो उसकी दया का वेग चल पड़ता है ।


Swami ji! Earlier, my mind used to concentrate on bhajan and the words were also heard, but now it does not happen. What is the reason ?

Answer - When we stay away from Guru and Satsang, the world indirectly and invisible influences us so much that even after regularly giving time to meditation and bhajan, we often start feeling disappointed, dry, pale and desolate. In such a situation only love and trust help us. If the faith is strong then the Guru helps. Sitting at a high place, he keeps observing the actions of the satsangi and his devotion at every moment. The seat of Jupiter is in the third mole above the eyes.

Therefore, He is always within us and keeps watching us in the same way as a mother keeps watching her child all the time. If you always remain focused towards your Guru while working, then worldly actions i.e. active actions are not able to have much impact on the soul. While going to sleep at night during separation, one should pray to some great man before sleeping. If two tears fall for Malink, his kindness increases.