जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
यह संसार और इसके भोग जड़ माया है

Yah Sansaar Aur Isake Bhog Jad Maaya Hai

इस संसार में सभी सराय के यात्री हैं। थोड़े से समय के लिये एक जगह टिके हैं। सभी को समय पर यहां से चल देना है । घर धन, पुत्र स्त्री आदि किसी नहीं है फिर इन नापाएदार वस्तुओं के लिए किसी से यों लड़ना चाहिए।

जगत जड़ अपना कुछ भी नहीं है, हमारी जड़ बुद्धि ही हमें जड़ के दर्शन करा रही है। असल में जहां देखो वहीं वह परम सुख स्वरूप नित्य चेतन भरा हुआ है। तुम हम कोई उससे भिन्न नहीं हैं। पर यह दृष्टि सबकी नहीं हो सकती। जिन्होंने मन बचन, कर्म से बुरा करना छोड़ दिया और अन्तर अभ्यास करके जिसने अपना शिव नेत्र खोल के प्रभु के प्रकाश का अभ्यास किया। उसी जीव की सम निगाह सबके ऊपर हो सकती है।