जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
परम् पूज्य महाराज जी (बाबा उमाकान्त जी महाराज) का आदेश है हर सत्संगी भाई-बहन को कम से कम 2-3 प्रार्थनाएँ जरूर याद होनी चाहियें

अब सौप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथो में

ab saup diya is jeevan ka sab bhaar tumhaare hatho mein

अब सौप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथो में !

हे जीत तुम्हारे हाथो में, और हार तुम्हारे हाथो में

मेरा निशचय बस एक यही, एक बार तुम्हे पा जाऊ में !

अर्पण कर दू दुनिया भर का, सब प्यार तुम्हारे हाथो में !

यदि जग में रहू तो ऐसे रहू, ज्यो जल में कमल का फूल रहे !

मम अवगुण दोष समर्पित हो, भगवान तुम्हारे हाथो में !

यदि मानुस का मुझे जनम मिले, तब इन चरणों का में भक्त बनू !

इस भक्त की नस नस,रग रग का, हो तार तुम्हारे हाथो में !

जब जब संसार का केदि बनू, निष्काम भावः से काम करू !

फिर अंत समय में प्राण तजू, निराकार तुम्हारे हाथो में !

मुज में तुज में बस भेद यही, मै नर हु तुम नारायण हो !

मै हु संसार के हाथो में, संसार तुम्हारे हाथो में !