जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
परम् पूज्य महाराज जी (बाबा उमाकान्त जी महाराज) का आदेश है हर सत्संगी भाई-बहन को कम से कम 2-3 प्रार्थनाएँ जरूर याद होनी चाहियें

गुरुजी मेरी क्यों नही सुनत पुकार,दयालु मेरी क्यों नहीं सुनत पुकार।।

Guruji Meri Kyo Nahi Sunat Pukar Dayalu Meri Kyo Nahi Sunat Pukar

गुरुजी मेरी क्यों नही सुनत पुकार।
दयालु मेरी क्यों नहीं सुनत पुकार।।

निस दिन अरज करूँ मैं तुम से,
विनती बारम्बार । गुरुजी मेरी क्यों नही सुनत पुकार।।

माँगत माँगत भीख दया की,
बहुत हुआ लाचार। गुरुजी मेरी क्यों नही सुनत पुकार।।

तुम तो परम दयालु दाता,
मैं भिक्षुक तेरे द्वार। गुरुजी मेरी क्यों नही सुनत पुकार।।

मनुवा पाजी मोय सतावै,
करै बहुत ही ख्यार। गुरुजी मेरी क्यों नही सुनत पुकार।।

मन उत्पाती मैंने तुमकों,
सौंप दियो कई बार। गुरुजी मेरी क्यों नही सुनत पुकार।।

मन मेरे को तुम्ही सुधारौ,
हे मेरे सरकार। गुरुजी मेरी क्यों नही सुनत पुकार।।

यही भीख मुझ दीन को दीजै,
हे मेरे दातार। गुरुजी मेरी क्यों नही सुनत पुकार।।

गुरुजी मेरी क्यो नहीं सुनत पुकार.......
दयालु मेरी क्यो नहीं सुनत पुकार.......

जयगुरुदेव.....
 
गुरुजी मेरी क्यों नही सुनत पुकार,दयालु मेरी क्यों नहीं सुनत पुकार।। (Guruji Meri Kyo Nahi Sunat Pukar Dayalu Meri Kyo Nahi Sunat Pukar)