जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
परम् पूज्य महाराज जी (बाबा उमाकान्त जी महाराज) का आदेश है हर सत्संगी भाई-बहन को कम से कम 2-3 प्रार्थनाएँ जरूर याद होनी चाहियें

हे दयामय दीन बन्धु यह विनय सुन लीजिए। शमन सब पापों का मेरे आप सब कर दीजिए।।

He Dayamay Deen Bandhu Yah Vinay Sun Lijiye Shaman Sab Papon Ka Mere Aap Sab Kar Dijiye

हे दयामय दीन बन्धु यह विनय सुन लीजिए।
शमन सब पापों का मेरे आप सब कर दीजिए।।

सद्गुणों से दूर हूं मैं दुर्गुणों की राशि हूं।
पर शरण में आ गया हूँ त्राण मम अब कीजिए।।

भूल में वह है नहीं पहचानते जो आपको।
करि दया सतगुरु मुझको देखने अब दीजिए।।

दीन हूं पर भाग्य से मैं बन्धु अब तेरा हुआ।
बंधू को अपने उबारन हाथ आगे कीजिए।।

आते हैं कितने यहां पर जाते हैं अनजान में।
पर जनाया है जिसे पहचान अपनी दीजिए।।