जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
परम् पूज्य महाराज जी (बाबा उमाकान्त जी महाराज) का आदेश है हर सत्संगी भाई-बहन को कम से कम 2-3 प्रार्थनाएँ जरूर याद होनी चाहियें

ऐ मेरे सतगुरु आ के मिल जा मुझे, हम अनाथों का कोई सहारा नहीं।।

A Mere Satguru Aake Mil Ja Mujhe Hum Aanathon Ka Koi Sahara Nahi

ऐ मेरे सतगुरु आ के मिल जा मुझे,
हम अनाथों का कोई सहारा नहीं।।

जो तुम ना सुनोगे तो किसको सुनाऊं,
यह जख्मी जिगर को किसे मैं दिखाऊं ।
या तो मिल जा मुझे या बुला ले मुझे,
याद तेरी सताती बड़ी है मुझे।।

याद आता है वो मुस्कुराना तेरा,
देख कर के वो पलकें झुकाना तेरा।
देख ले जो तू आ करके बस एक नजर,
मेरा जीवन यह पल में संवर जाएगा।।

बहुत दौड़ते थे हम तेरे साथ में,
जान पाए तुम्हें हम बहुत बाद में।
अब ना जाना कहीं छोड़कर के मुझे,
वरना यह दाना दाना बिखर जाएगा ।।

डराते थे जब वे दिखाकर छड़ी,
क्यों बीती वह ऐसी मुबारक घड़ी।
देखो दाता मेरे मैं वहीं पर खड़ी,
अब लगा दो वह अपनी प्रेम झड़ी।।

लगी दर्शन की है प्यास बड़ी....
तेरा रंग मुझ पर यूं ऐसा चढ़ा,
कोई और रंग अब ना चढ़े।
मेरा प्रेम तुझसे यूं ही बड़े।।

ऐ मेरे सतगुरु आ के मिल जा मुझे।
हम अनाथों का कोई सहारा नहीं।।