जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
परम् पूज्य महाराज जी (बाबा उमाकान्त जी महाराज) का आदेश है हर सत्संगी भाई-बहन को कम से कम 2-3 प्रार्थनाएँ जरूर याद होनी चाहियें

जब तेरी डोली निकाली जायेगी। बिन मुहूरत के उठाली जाएगी।

Jab Teri Doli Nikale Jayege Bin Muhurat ke Utha Li Jayege

जब तेरी डोली निकाली जायेगी। बिन मुहूरत के उठाली जाएगी।

उन हकीमों ने कहा यों बोलकर। कहते थे दावे किताबे खोलकर।

यह दवा हरगिज न खाली जायेगी। बिना मुहूरत के उठाली जाएगी।

जर सिकन्दर का यहीं सब रह गया। मरते दम लुकमान भी ये कह गया।

यह घड़ी हरगिज न टाली जायेगी। बिना मुहूरत के उठाली जाएगी।

ऐ मुसाफिर क्यों बसरता है यहां। यह किराए पर मिला तुमको मकां।

कोठरी खाली करा ली जाएगी, बिन मुहूरत के उठाली जाएगी।

होगा जम लोक में जब जब तेरा हिसाब। कैसे मुकरोगे बताओ ऐ जनाब।

जब बही तेरी निकाली जाएगी। बिन मुहूरत के उठाली जायेगी।

जब तेरी डोली निकाली जायेगी। बिन मुहूरत के उठाली जाएगी।