जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
परम् पूज्य महाराज जी (बाबा उमाकान्त जी महाराज) का आदेश है हर सत्संगी भाई-बहन को कम से कम 2-3 प्रार्थनाएँ जरूर याद होनी चाहियें

छोड़ कर संसार जब तू जाएगा। कोई न साथी तेरा साथ निभाएगा।।

Chod Kar Sansar Jab Tu Jayega Koi Na Sathi Tera Sath Nibhayega

छोड़ कर संसार जब तू जाएगा। कोई न साथी तेरा साथ निभाएगा।।

गर प्रभु का भजन किया ना, सत्संग किया न दो घडि़याॅं।

यमदूत लगाकर तुझको, ले जायेंगे हथकडि़यां।
कौन छुड़वायेगा।। कोई न साथी.......
इस पेट भरन की खातिर, तू पाप कमाता निसदिन।
श्मशान में लकड़ी रखकर, तेरे आग लगेगी एक दिन।

खाक हो जायेगा।। कोई न साथी........
सत्संग की बहती गंगा, तू इसमें लगाले गोता।
वरना इस दुनिया से, तू जाएगा एक दिन रोता।
फेर पछताएगा।। कोई न साथी.....
क्यों कहता मेरा मेरा, यह दुनिया रैन बसेरा।
यहां कोई न रहने पाता, है चंद दिनों का डेरा।

हंस उड़ जाएगा।। कोई न साथी....
गुरुदेव चरण में निशदिन, तू प्रीत लगा ले बन्दे।
कट जायेंगे सब तेरे, ये जन्ममरण के फंदे।
पार हो जायेगा।। कोई न साथी............