जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
परम् पूज्य महाराज जी (बाबा उमाकान्त जी महाराज) का आदेश है हर सत्संगी भाई-बहन को कम से कम 2-3 प्रार्थनाएँ जरूर याद होनी चाहियें

झूला अजब पिया ने डारी

Jhula Ajab Piya Ne Dari

झूला अजब पिया ने डारी,

झूलें सब जिव झारी ना ।

शब्द हिंड़ोला टंगा अधर में,

जाको वार न पारी ना ।

ब्रह्मा, विष्णु, ऋषि, मुनि झूलैं,

पावें डोर न डारी ना ।

पण्डित ज्ञानी भेद न जानें,

पढ़त पढ़त बुद्धि हारी ना ।

उलटि गगन कोई गुरुमुख झूलै,

पावें अगम अटारी ना ।

जहं गुरु स्वेत सिंहासन बैठे,

देखें लीला सारी ना ।

कोटिन भानु लजाय रोम एक,

ऐसी छटा निहारी ना ।

देखत छटा अटा प्रियतम की,

सुधि बुधि सुरत बिसारी ना ।

सदा बिहार करें वा घर में,

सन्त सुरत पिव प्यारी ना ।

जयगुरुदेव कृपा से अबकी,

हमरो आइल बारी ना ।
 
झूला अजब पिया ने डारी (Jhula Ajab Piya Ne Dari)