जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
परम् पूज्य महाराज जी (बाबा उमाकान्त जी महाराज) का आदेश है हर सत्संगी भाई-बहन को कम से कम 2-3 प्रार्थनाएँ जरूर याद होनी चाहियें

मौत से डरत रहो दिन रात

Mot Se Darat Raho Din Rat

मौत से डरत रहो दिन रात ।

इक दिन भारी भीड़ पड़ेगी, जम खूंदेंगे धर धर लात ।

वा दिन की तुम याद बिसारी, अब भोगन में रहो भुलात ।

इक दिन काठी बने तुम्हारी, चार कहरवा लादे जात ।

भाई बंधु कुटुंब परिवारा, सो सब पीछे भागे जात ।

आगे मरघट जाय उतारा, तिरिया रोए बिखेरे लाट ।

वहां जमपुर में नर्क निवासा, यहां अग्नि में फुंके जात ।

दोनों दीन बिगाड़े अपने, अब नहीं सुनता सतगुरु बात ।

वा दिन बहु पछतावा होगा, अब तुम करते अपनी घात ।

जवानी गई बृद्धता आई, अब कै दिन का इनका साथ ।

चेत करो मानो यह कहना , गुरु के चरण झुकाओ माथ ।

सतगुरु स्वामी कहत सुनाई , अब तुमको बहु बिधि समझात ।
 
मौत से डरत रहो दिन रात (Mot Se Darat Raho Din Rat)