राधा स्वामी सत्संग ब्यास का इतिहास
|
डेरा ब्यास राधा स्वामी का मुख्य स्थान है जीसे हम डेरा बाबा जयमल सिंह के नाम से भी जानते है। यह 1891 में बाबा जयमल सिंह जी के द्वारा शुरू किया गया था, और यह ब्यास नदी के किनारे स्थित है। बाबा जयमल सिंह ने 1856 में गुरु शिव दयाल सिंह जी से शिक्षा ली। बाबा जयमल सिंह जी को ब्यास नदी के किनारे बैठकर ध्यान लगाया करते थे।
1889 में उन्होंने काम करना बंद कर दिया और ब्यास नदी के किनारे लोगों को दीक्षा देना शुरू किया। समय के साथ, और लोग आए और उन्होंने डेरा ब्यास नामक एक बड़ी जगह का निर्माण किया जहाँ लोग एक साथ रह सकते हैं और काम कर सकते हैं। अब, डेरा ब्यास पंजाब, भारत में में स्थित एक बड़ी जगह है जहाँ प्रशासनिक और आवासीय दोनों सुबिधाओं के साथ आत्मनिर्भर संस्था है।
भारत में बहुत सारे स्थान हैं जहाँ लोग राधा स्वामी का अनुसरण करते हैं। आज के समय में 5000 से भी ज्यादा पूरे भारत में राधा स्वामी स्वामी के छोटे बड़े सेंटर है। इनमें से कुछ स्थान बहुत बड़े हैं और 100 एकर से भी जादा जमीन कवर करते हैं। सबसे बड़े को ब्यास केंद्र कहा जाता है और यह 300 एकड़ में फैला है! दुनिया भर के 90 अन्य देशों में भी लोग राधा स्वामी को फॉलो करते हैं।
राधा स्वामी संस्था एक परमार्थी संस्था हैं, जिसमे परमार्थ के बारे में संगत को अवगत करवाया जाता है। संस्था किसी भी और गतिबिधी पर ध्यान नहीं देती।
डेरा ब्यास में अभी तक कुल 5 सतगुरु के द्वारा संचालित किया गया है
1.बाबा जयमल सिंह जी (1839-1903)
2.बाबा सावन सिंह जी (1858-1948)
3.महाराज जगत सिंह जी (1884-1951)
4.महाराज चरण सिंह जी (1916-1990)
5.बाबा गुरिन्द्र सिंह जी (1839-)
|
|
History of Radha Swami Satsang Beas
|
Dera Beas is the main place of Radha Swami, which we also know by the name of Dera Baba Jaimal Singh. It was started by Baba Jaimal Singh Ji in 1891, and is situated on the banks of river Beas. Baba Jaimal Singh took education from Guru Shiv Dayal Singh Ji in 1856. Baba Jaimal Singh ji used to meditate sitting on the banks of river Beas.
In 1889 he stopped working and started ordaining people on the banks of the Beas river. With time, more people came and built a big place called Dera Beas where people could live and work together. Now, Dera Beas is a large place located in Punjab, India where it is a self-contained institution with both administrative and residential facilities.
There are many places in India where people follow Radha Swami. Today, there are more than 5000 small and big Radha Swami centers all over India. Some of these places are very large and cover more than 100 acres of land. The largest is called the Beas Center and is spread over 300 acres! People also follow Radha Swami in 90 other countries around the world.
Radha Swami Sanstha is a altruistic organization, in which the Sangat is made aware about altruism. The organization does not pay attention to any other activities.
So far the Dera in Beas has been run by a total of 5 Satgurus.
1.Baba Jaimal Singh Ji (1839-1903)
2.Baba Sawan Singh Ji (1858-1948)
3.Maharaj Jagat Singh Ji (1884-1951)
4.Maharaj Charan Singh Ji (1916-1990)
5.Baba Gurinder Singh Ji (1839-)
|
|